Mental Health: नकारात्‍मक भावनाएं परेशान कर रही हैं तो अपनाएं ये उपाय

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Mental Health: यह सही है कि मुश्किल समय हो तो मन में नकारात्‍मक विचारों का डेरा जमा रहता है। आपको उनसे लड़ने या उन्‍हें खत्‍म करने में काफी मशक्‍कत करनी होती है। ज्‍यातादर इससे थककर हार मान जाते हैं, नकारात्‍मक विचारों के आगे घुटने टेक देते हैं तो कुछ लोग इससे मुकाबला करते हैं और उन नकारात्‍मक विचारों पर पाते हैं जीत।

इसके बाद खुद लगता है कि अरे हमने यह कर दिखाया। उपलब्धि लगती है यह जीत और खुद को शाबाशी देते हैं जिससे कि आपका मनोबल बढ़ता है और आगे ऐसी मुश्किल स्थिति आने पर आप दोबारा ऐसी ही उपलब्धि पाना चाहेंगे। इसलिए आइए पहले यह जान लें कि नकारात्‍मक विचारों को हराने के लिए कुछ खास उपाय क्‍या होंगे।

विचारों की पहचान करें, उन्‍हें दें कोई नाम

मन में शोर पैदा करने वाले कर्कश भावों से भरे विचारों को पहचानें। इसका अर्थ है जो विचार या भावनाएं आपको परेशान कर रहे हैं उनको ठीक से देखें कि वे क्‍या हैं, उनकी पहचान करें। उन्‍हें एक नाम दें कि वे किस तरह के विचार हैं।

परेशान करने वाले विचारों को खुद दें चुनौती

जरा सोचिए आपके पास बैठा आपका कोई साथी यदि मन में चल रहे विचारों की तरह आपके पास वही वही बातें दोहराता तो आप क्‍या सोचते, कैसी हालत होती आपकी प्रतिक्रिया क्‍या होती। जाहिर है आप उन्‍हें समझाते कि ऐसी बातें ठीक नहीं। आपको उन बातों से कष्‍ट हो रहा है।

हां बताते नहीं तो कम से कम आपके मन के भाव बदलते और आपका हाव भाव, चेहरा बदलता। उसके बाद तो आपका दोस्‍त स्‍वयं समझता कि ऐसी बातें शायद ठीक नहीं। बस अपने मन के विचारों को आप भी उसी दोस्‍त की तरह बताएं कि ऐसा ठीक नहीं। यह उपाय काम करेगा, एक बार करके देखिए। अपने ही विचार को चुनौती देंगे तो जरूर वे वहीं रुक जाएंगे।

एक बार स्‍वीकार करके देखें, यह उपाय रंग लाएगा

जो विचार आपको बार बार परेशान करने लगे हैं उनसे लड़ें नहीं बल्कि स्‍वीकार कर लें। अपने भीतर आने दें। आप ब्रेक लें थोड़ा। ठहरकर देखें उन्‍हें और खुद को कुछ समय दें। इसके बाद आप पाएगे वे विचार उस तरह से परेशान नहीं कर रहे जैसा आप पहले महसूस करते थे।

अपनी मजबूती पर करें फोकस

आप जब निगेटिव होते है या ऐसे विचार परेशान करते हैं तो आपको अपनी गलतियां या कमियां भी नजर आने लगती हैं। आपको यह आदत बदल देनी चाहिए। जिस भी चीज पर आप ऊर्जा लगाएंगे आपको महसूस होगा कि वह चीज ज्‍यादा मजबूती से असर डाल रही है। बस यहां भी यहीं करें। गलतियों पर न जाएं अपनी मजबूती पर फोकस करें।

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